रब से तुझे दुआ में मांग लूँ , मुझे कोई टूटता सितारा मिल जाये , लब कब से सवाल में है , मुझे तेरी आँखों का इशारा मिल जाये , जब आईने में तू सँवारे खुद को , मुझे वो नज़ारा मिल जाये , कहीं फिर टूट कर बिखर ना जाऊं , मुझे तेरी बाहों का सहारा मिल जाये , डूबा है दिल तेरी याद में कब से , मुझे अब कोई किनारा मिल जाये ♥♥
ज़मीं को चूमने की हसरत में , जब शाख़ से कोई पत्ता टूटेगा , जब फ़िर किसी के इंतज़ार में , किसी शाम सूरज तनहा ही डूबेगा , जब रुलायेगी किसी रात तेरी याद मुझे , हथेली पे चाँद रखकर ये दिल तुझको ही ढूंढेगा ♥♥