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बरसात आगे बढ़े । M S Mahawar | Ghazal

चाहता हूँ कि ये बात आगे बढ़े पहलू में तुम रहो रात आगे बढ़े नाम घर और गली कर लिया है पता प्यार की ये शुरूआत आगे बढ़े आज वो मुस्कुराई मुझे देखकर अब मुहब्बत के नग्मात आगे बढ़े कब तलक चुपके चुपके बता हम मिले तेरी हाँ हो तो बारात आगे बढ़े ज़हन में उसकी तस्वीर इक सोच ली अब ज़रा ये ख़यालात आगे बढ़े बात और अब बढ़े तो बढ़े जाँ मगर तेरे जानिब मिरा हात आगे बढ़े है घटा मुन्तज़िर देखने को तुम्हें खोल जुल्फ़ें या बरसात आगे बढ़े इक नज़र देखने से भला होगा क्या ये हमारी मुलाकात आगे बढ़े माँगने से मिले गर तिरा हाथ ये अब ख़ुदा से मुनाज़ात आगे बढ़े बाम पे चाँद आए नज़र अब हमें तू दिखे चाँदनी रात आगे बढ़े मुस्कुराना ज़रा चुन लिया इक जवाब और भी है सवालात आगे बढ़े दर्द है याद है बात है रात है हो कहीं गर ख़राबात आगे बढ़े हाथ में है कलम और उदासी बहुत अब बुझे शम्अ ज़ुल्मात आगे बढ़े दर्द है तो हसीं लम्हा भी आएगा ये कहानी ये सफ़हात आगे बढ़े

घर पे चेहरा ये छोड़ कर आना । M S Mahawar

यादें सारी निचोड़ कर आना ख़त जो फाड़े वो जोड़ कर आना तेरा बातें घुमाना अच्छा है जुल्फ़ें भी सारी मोड़ कर आना तुम कभी मिलने आओ तो मुझसे घर पे चेहरा ये छोड़ कर आना आईने में वो शक्ल झूठी है आईने सारे तोड़ कर आना है मरासिम गिने चुने जो भी सब से तुम मुँह ये मोड़ कर आना कोई मुश्किल अगर दिखे तुम्हें बाह उसकी मरोड़ कर आना जागते रहना मेरे ख़्वाबों में नींद को तुम झिंझोड़ कर आना साँसे धीमी कदम ज़रा हो तेज़ जब कभी आओ दौड़ कर आना छोड़ना बीच रास्ते नहीं ठीक सबकुछ अब के छोड़ कर आना

तेरा मिलने का वादा । M S Mahawar

चाँद भी सिर्फ़ आधा क्या होगा तेरा मिलने का वादा क्या होगा थोड़ा तो ठीक है मगर जानाँ झूठ इतना ज़ियादा क्या होगा काज़ल आँखों में गहरा ही नहीं आज हल्का है रंग-ए-बादा क्या होगा बस मुलाक़ात एक बोसे पे ख़त्म जाम बिल्कुल ही सादा क्या होगा वस्ल की बात सिर्फ़ अमल नहीं कुछ दिल-लगी बे-मुरादा क्या होगा फ़ोन उठाने से डरते हो मेरा मरने का और इरादा क्या होगा उड़ती जुल्फ़ें तिरी बिसात कोई दिल मिरा ये पियादा क्या होगा ये हसीं चेहरा और चाँद सा हुस्न शक्ल और ये लबादा क्या होगा कोई दुश्मन नहीं जो वार करे तीर नज़रें मबादा क्या होगा माफ़ी लायक नहीं तिरी गलती मेरा क़ल्ब-ए-कुशादा क्या होगा * क़ल्ब-ए-कुशादा - उदार दिल * मबादा - कहीं ऐसा न हो * लबादा - कपड़े * बादा - शराब