Sard Hawaayein | Hindi Poetry
![चित्र](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhJhTEPUr1o7evx_JoQXt4kt3x3vBvKlYcExnuM9mSJtHf-Nb-l1xL7yR1_eYhXbFwAOXY7x9kmOYoNhR08ct3EjuNnh-ezFRHvabb0hF0rXyZrRCYEKrc4jrUZ2kCECF6QOVwUWqoS58Sr/s640/z2.jpg)
जब इश्क़ की ये सर्द हवाएँ चलती है , तेरी यादों की गर्मी से दिल पे जमी ये बर्फ पिघलती है , बचता फिरता हूँ इन तन्हाई के बादलों से मैं , मगर हर लम्हा तेरी याद मुझपे बूँद-बूँद गिरती है ♥♥ ढूँढता रहता है दिल किनारा हर कहीं , दरिया-ए-इश्क़ में जो कश्ती है अब संभाले ना संभलती है , बढ़ते रहते है कदम उन राहों पे हर रोज़ , वो जो राहें तेरे दिल तक पहुँचती है ♥♥