ये जो दोस्ती होती है ना , इसका कद महोब्बत से बड़ा है , ये वो ज़ज्बात है , जिसकी उम्र महोब्बत से ज्यादा है , जो दर्द भी भूला दे , दिल से कुछ ऐसा नाता है , जो टूट कर भी जुड़ जाये , ये वो धागा है , बहुत कुछ था ख़ुदा से मांगने को , हमने सिर्फ़ एक अच्छा दोस्त माँगा है |
कतरा-कतरा इश्क़ जब दिल से गुज़रता है , जैसे बारिशों का पानी ज़मीं में उतरता है , आँखों को ये इंतज़ार बेवज़ह नहीं ऐ दोस्त , कोई तो है जहां में जो मेरे लिए संवरता है ♥♥
जिनके ख्यालों में सारा दिन गुज़र जाता है , उन्हें हमारा चेहरा गौर करने पे नज़र आता है , बड़ी पेचीदा है इश्क़ की ये कहानी ऐ दोस्त , भूलना उसे मुश्किल है जो हमे यादें देकर भूल जाता है ♥♥
वो खामोशियाँ कुछ कहना चाहती है , वो सूरत किसी की आँखों में रहना चाहती है , वो जानती है कि इश्क़ दर्द है , उसकी ख्वाहिशें तो देखो , वो इस दर्द को सहना चाहती है ♥♥