Kisi Ko Mahobbat Aur Ishq Na Ho !! लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप सितंबर 16, 2013 Ae Khuda chahe to Is Tanha Jindagi mein, Mere Sath koi Shaks Na ho, Main yun hi Tadpta rahun, Par is Dil mein pyar ka koi Aks na ho, Chahe to mujhe Itna Dard de, Ki meri Aankho mein Hmesha Ashk ho, Ae Khuda par Kisi ko Mahobbat aur Ishq Na ho… Follow me on Facebook - MS Mahawar लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप टिप्पणियाँ
नाभि | रोमांटिक शायरी नवंबर 03, 2018 तेरी कमर को छूती लटे तेरे चेहरे को ताक रही थी , जैसे तेरी नाभि से वो चाँद की दूरी नाप रही थी ♥♥ Read Complete Post »
तेरी यादें | SANAM TERI KASAM सितंबर 10, 2017 दिल तेरे ख्यालों में खो जाता है , भीड़ में भी ये तनहा हो जाता है , जब गुज़रती नहीं तनहा रात जाग कर , ये तेरी यादें ओढ़ कर सो जाता है ♥♥ Read Complete Post »
उसे किसी की दुल्हन होते देखना है मुझे | Urdu Hindi Ghazal | M S Mahawar अक्तूबर 15, 2020 Read Complete Post »
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें