इंतिज़ार | Hindi Poetry


उनके घर से निकलने के इंतिज़ार में है,
मैं नहीं मेरा इंतिज़ार तेरे प्यार में है ।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट