अपने भी घर

 


जो   कभी   भी   नहीं   हुआ  हासिल

उस   को  खोने  का  डर  नहीं  जाता

 

तेरे   घर   के   लिए  जो   भी  निकला

अब  वो  अपने   भी   घर  नहीं  जाता

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