Ek Deewana Aaya tha
लेकर सपनो की
दुनिया,
तेरे दर पर एक
मुसाफिर आया था,
कोई कीमत नहीं है सच्ची
महोब्बत की इस दुनिया में,
वो तो तेरी एक
मुस्कान पे सबकुछ लुटाने आया था,
मगर अब डर कहा था
उसे कुछ खोने का,
तेरी महोब्बत में जो
उसने सबकुछ गंवाया था,
रहूँगा तेरी आँखों
में कभी अश्क बनकर तो कभी ख्वाब बनकर,
तेरे घर का रास्ता
भी मेरी राह देखता होगा की,
कभी तुझ पर सबकुछ
लुटाने इस गली में एक दीवाना आया था
kabhi tujh per sab kuchh lutane is gali me ek deewana aaya tha
जवाब देंहटाएंthe lines, they're so dainty they drive you emotional :)
THank you Roshan :)
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