Ye Andhera Kyon Hai | Emotional Poems
दीये जल रहे है,
मगर ये अँधेरा क्यों है?
साँसे चल रही है,
मगर सबकुछ ठहरा-ठहरा क्यों है?
भूल चुके इन टूटे ख्वाबो को भी,
मगर आज फिर दिल का दर्द गहरा क्यों है?
खो दिया है खुद को भी,
मगर हर तरफ तेरा चेहरा क्यों है?
दीये जल रहे है,
मगर ये अँधेरा क्यों है?
मगर ये अँधेरा क्यों है?
साँसे चल रही है,
मगर सबकुछ ठहरा-ठहरा क्यों है?
भूल चुके इन टूटे ख्वाबो को भी,
मगर आज फिर दिल का दर्द गहरा क्यों है?
खो दिया है खुद को भी,
मगर हर तरफ तेरा चेहरा क्यों है?
दीये जल रहे है,
मगर ये अँधेरा क्यों है?
beautiful as always :)
जवाब देंहटाएंTHanks :)
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