वो सीरत कहाँ | Lost Soul लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप जून 10, 2015 सूरतें तो बहुत हैं मगर अब वो सीरत कहाँ, मंदिर भी बहुत हैं मगर अब वो मूरत कहाँ | लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप टिप्पणियाँ Unknown10 जून 2015 को 8:59 pm बजेBahut khoob. A few things go beyond the appearance.. जवाब देंहटाएंउत्तरM S Mahawar10 जून 2015 को 9:36 pm बजेShukriya aur bilkul sahi kaha.हटाएंउत्तरजवाब देंजवाब देंYogi Saraswat10 जून 2015 को 11:16 pm बजे सुन्दर जवाब देंहटाएंउत्तरM S Mahawar11 जून 2015 को 1:13 am बजेशुक्रियाहटाएंउत्तरजवाब देंजवाब देंUnknown11 जून 2015 को 12:09 am बजेNice one!जवाब देंहटाएंउत्तरM S Mahawar11 जून 2015 को 1:13 am बजेTHanksहटाएंउत्तरजवाब देंजवाब देंAmit Agarwal12 जून 2015 को 6:24 am बजेWaah Madhu Sahab...sach hai!जवाब देंहटाएंउत्तरM S Mahawar12 जून 2015 को 10:51 am बजेShukriya sir ji :)हटाएंउत्तरजवाब देंजवाब देंटिप्पणी जोड़ेंज़्यादा लोड करें... एक टिप्पणी भेजें
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Bahut khoob. A few things go beyond the appearance..
जवाब देंहटाएंShukriya aur bilkul sahi kaha.
हटाएंसुन्दर
जवाब देंहटाएंशुक्रिया
हटाएंNice one!
जवाब देंहटाएंTHanks
हटाएंWaah Madhu Sahab...sach hai!
जवाब देंहटाएंShukriya sir ji :)
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