ऐतबार | Infinite Love


महोब्बत कर या ना कर,
मगर मेरी महोब्बत पे ऐतबार तो कर,

मैं वापस लौटूं या ना लौटूं,
मगर मेरा थोड़ा इंतज़ार तो कर ♥♥

नफ़रतें तू लाख कर मुझसे मगर,
थोड़ा मुझसे प्यार भी तो कर,

होठों से बयां ना हो जज़्बात अगर,
आँखों से सही इकरार तो कर ♥♥

लिख दूंगा नाम हर सांस पे तेरा,
तू मुझे इश्क में थोडा बेक़रार तो कर,

हम तो बैठे है मरने के लिए तेरे इश्क़ में आखिर,
तू जुल्फें संवार कर मेरा जीना दुश्वार तो कर ♥♥


टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

रब्त क्या है परिंदों से पूछो | M S Mahawar