Dosti | Hindi Poetry


रेडियो पे बजते गाने,
संग वही कुछ दोस्त पुराने,
आधा भरा वो ग्लास,
और प्लेट में कुछ मूंगफली के दाने ।

चले थे साथ हम दुनिया आज़माने,
ज़िन्दगी की धुन पर,
खुशियों के गीत गुनगुनाने |

सफर इतना मुश्किल होगा,
अब कौन जाने,
कुछ ठहरते है, फिर चलते हैं,
होंठों पे लिए वही तराने ।


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