Wajood | Hindi Poetry


नज़रो से जो ज़ाहिर है,
उसे लबों तक तो आने दो,

मेरी वजूद ढूँढती ज़िन्दगी को,
तेरे दिल में घर बनाने दो ♥♥

जो सवाल दिल में दबे है,
उन्हें सवाल ही रह जाने दो,

तेरे चेहरे पे जो दर्द की सलवटें है,
उन्हें मेरे इन जज़्बातों से मिटाने दो ♥♥

इंतज़ार की भी इन्तहां हुई,
मुझे अब और ना बहाने दो,

तेरी साँसों को अब,
मेरे लबों से गुज़र जाने दो ♥♥


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