Chaand | Infinite Love लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप दिसंबर 28, 2016 जुल्फ़ों की अब बात नहीं होती, आँखों की काज़ल से मुलाक़ात नहीं होती, फीका हो गया है इश्क़ का रंग भी अब, चाँद निकलता है मगर अब वो रात नहीं होती ♥♥ लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप टिप्पणियाँ Unknown30 दिसंबर 2016 को 8:10 pm बजेइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.जवाब देंहटाएंउत्तरजवाब देंटिप्पणी जोड़ेंज़्यादा लोड करें... एक टिप्पणी भेजें
नाभि | रोमांटिक शायरी नवंबर 03, 2018 तेरी कमर को छूती लटे तेरे चेहरे को ताक रही थी , जैसे तेरी नाभि से वो चाँद की दूरी नाप रही थी ♥♥ Read Complete Post »
तेरी यादें | SANAM TERI KASAM सितंबर 10, 2017 दिल तेरे ख्यालों में खो जाता है , भीड़ में भी ये तनहा हो जाता है , जब गुज़रती नहीं तनहा रात जाग कर , ये तेरी यादें ओढ़ कर सो जाता है ♥♥ Read Complete Post »
उसे किसी की दुल्हन होते देखना है मुझे | Urdu Hindi Ghazal | M S Mahawar अक्तूबर 15, 2020 Read Complete Post »
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