Chaand | Infinite Love


जुल्फ़ों की अब बात नहीं होती,
आँखों की काज़ल से मुलाक़ात नहीं होती,

फीका हो गया है इश्क़ का रंग भी अब,
चाँद निकलता है मगर अब वो रात नहीं होती ♥♥


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