Befikra | Hindi Poetry


शिकायतें ना रख तू दिल में,
जो पत्थर है वो कहाँ सुन पायेंगे,

तू हवा की तरह बेफिक्र बहता चल,
जो खुशबूं होंगे वो तुझमें सिमटते जाएंगे ♥♥


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