Dil Ki Sadaa | Hopeless


दिल की सदाओं से मुँह मोड़ लिया हमने,
धड़कनो से रिश्ता अब तोड़ दिया हमने,

पुकारने से भी ना अब लौटेंगे हम,
घर महोब्बत का अब छोड़ दिया हमने


टिप्पणियाँ

  1. दिल का रिश्ता इतनी आसानी से कहाँ टूटता है ।
    ये मौहब्बत का जहां है 'जनाव'
    इतनी आसानी से कहाँ छूटता है ।

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