लबों से | HiNDI Poetry


तुम्हारी उँगलियों के कुछ निशान
मेरे दिल पे रह गये हैं,
ज़रा अपने लबों से
इन्हें मिटा तो दो,
मैंने हवाओं से भी कह दिया है
कि इश्क़ है तुमसे,
तुम इसे अब झुठला तो दो ♥♥


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