बेसब्र | Unrequited LOVE
कोई उसे देखता
है,
उसे ख़बर नहीं
है,
मेरी हर नज़र
में है वो,
मुझे देखे वो
क्या उसके पास
वो नज़र नहीं हैं,
जो उसकी याद
के बगैर चला हो,
ऐसा कोई सफ़र
नहीं है,
मैं बेसब्र
हूँ उसके इंतज़ार में,
क्या उसकी
आँखों में कोई मंज़र नहीं,
उसे मांगता
हूँ दुआओं में हर जगह,
क्या मुझे भी
माँगता है वो,
उसका ख़ुदा कोई
और है,
या उसकी दुआओं
में असर नहीं है |
पल-पल मरता
हूँ उसकी याद में,
क्या उसके पास
कोई खंज़र नहीं है |
Beautiful and heart wrenching poem.
जवाब देंहटाएंTHanks Purba :)
हटाएंKeep reading and sharing :)