मुदारात | M S Mahawar | Hindi Shayari | Urdu Ghazal


मुस्कुराते हुए देखें या कोई बात करे
कौन उस हुस्न के आगे ये मुदारात करे

*मुदारात - अभिवादन, मेहमान-नवाज़ी

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