दरख़्त | Urdu Sad | daraḳht Ghazal लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप जुलाई 16, 2020 हाल सूखे दरख़्त से पूछो अपना साया भी दस्तियाब नहीं *दस्तियाब - available *दरख़्त - tree लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप टिप्पणियाँ
नाभि | रोमांटिक शायरी नवंबर 03, 2018 तेरी कमर को छूती लटे तेरे चेहरे को ताक रही थी , जैसे तेरी नाभि से वो चाँद की दूरी नाप रही थी ♥♥ Read Complete Post »
तेरी यादें | SANAM TERI KASAM सितंबर 10, 2017 दिल तेरे ख्यालों में खो जाता है , भीड़ में भी ये तनहा हो जाता है , जब गुज़रती नहीं तनहा रात जाग कर , ये तेरी यादें ओढ़ कर सो जाता है ♥♥ Read Complete Post »
Teri Kami Se | Lost Love अगस्त 02, 2015 दर्द को मेरे कोई समझ नही पाया , हर कोई मेरा दर्द जानकर मुस्कुराया , जब लगा कि इस भीड़ में तनहा हूँ मैं , तो आज फिर तेरी कमी से दिल भर आया ♥♥ Read Complete Post »
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