तुम जान ना सकोगे

जैसे आसमान भी रोता है,
बारिश में बरसते – बरसते,
तुम जान ना सकोगे,
मेरे दर्द की गहराईया,
मैं रो भी लेता हूँ,
हँसते – हँसते !

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