Tera Chaand | TUM HO
इंतज़ार रहता है दिल को तेरा चाँद की तरह,
वो जो एक याद घर देर से लौटती है ♥♥
अपने होंठो के ये गुलाब मेरे होंठो पे रख दो,
मेरी दम तोड़ती हसरतों में थोड़ी साँसे भर दो ♥♥
जो नहीं है उसके होने को कभी महसूस कर,
ऐ हवा तू भी कभी खुशबू से महोब्बत जरूर कर ♥♥
अँधेरा भी छट जायेगा इन बादलों को तो गुज़रने दो,
जो चाँद मेरी नज़रो के सामने है ज़रा उसे तो सँवरने दो ♥♥
खिड़कियों से ताकता है चाँद को कोई,
वो एक रात जो वापस लौटी नहीं है ♥♥
ये इश्क़ भी बड़ा बेदर्द है,
जो दवा है वही मर्ज़ है ♥♥
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