Ungaliyaan Teri Julfon Se | Love Poems


उंगलियाँ फिर तेरी जुल्फों से गुज़र जायेँ,
जब तू पलकें झुकाकर मेरी ज़िन्दगी में चली आये |

तुझमें खोकर खुद को पा लूँ मैं,
जब साँसे तेरी मेरी रुह को छु जायें |

हर लम्हा पूरी ज़िन्दगी लगे मुझे,
जब तू नज़रे चुराकर मुझसे शर्माएं |

हर अक्स तड़प उठता है मेरा तुझे छूने की खातिर,
जब भी तू मुझे नज़र आये |

मेरे लबों से तेरी हर सांस को इस तरह पी लूँ मैं,
की मेरे जिस्म के हर हिस्से में तू ही नज़र आये |

मैं मर कर भी जिन्दा रहूँ तुझ में कहीं,
जब दिल में उतर कर तू मेरी धड़कन बन जायें |




टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

रब्त क्या है परिंदों से पूछो | M S Mahawar