साज़िशें | Undefined Love


यूँ साज़िशें ना कर नज़रों से,
कि दिल तेरे इश्क़ में गुलाम हो जाये,


भूला दूँ मैं फिर खुद को भी,
तू ही ज़िन्दगी और तू ही हसरतें तमाम हो जाये ♥♥

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