नशा | एकतरफा मोहब्बत


मैंने बगीचें में गुलाबों का पता किया,
हवाओं ने मुझे तेरे होंठों का पता दिया,

लोग समझते हैं कि मैं शराब पीता हूँ,
मैंने तो सिर्फ़ उसकी साँसों का नशा किया ♥♥


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

रब्त क्या है परिंदों से पूछो | M S Mahawar