जितना तुझे देखू | Love Poems

जितना तुझे देखू,
उतना परेशान करे ये दिल,
मैं अब भी सपनो में हूँ ,
और हकीकत बयाँ करे ये दिल,
कुछ ख्वाब छूटे और कुछ ख्वाब टूटे,
वक़्त-बेवक्त अब आहें भरे ये दिल,
जिसे पा कर भी पा नहीं सका,
चाह कर भी चाह ना सका
उस मंजिल की राह ताके ये दिल,
सपनो में जी लूँ ,
ग़मों को पी लूँ ,
दर्द से आहें भरे ये दिल,
जितना तुझे देखू ,
उतना परेशान करे ये दिल !

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

रब्त क्या है परिंदों से पूछो | M S Mahawar