Missing Part Of Life | Sad Poetry

मैँ महफिलोँ मे भी गुमनाम हूँ ,
और
वो अकेले भी खास है,
जो सांसोँ से भी ज्यादा मेरी रूह के पास है,
पर वो मेरी किस्मत से जुड़ा हुआ काश! है,
वो मेरी किस्मत है,
और
मेरी किस्मत ही नहीँ मेरे साथ है |

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