Innocence Of Water | Life Quotes
ये जिँदगी भी पानी की कोई लहर है,
रास्तेँ मे कितने भी पत्थर क्योँ ना हो,
ये पानी पत्थरोँ से टकराता हुआ आगे बढ़ जाता है,
पर पानी की सरलता ये है कि,
रास्तेँ मे कितने भी पत्थर क्योँ ना हो,
ये पानी पत्थरोँ से टकराता हुआ आगे बढ़ जाता है,
पर पानी की सरलता ये है कि,
उसके नसीब मेँ तो पत्थरोँ कि ठोँकरे खाना लिखा है,
पर पानी का वक्त के साथ असर ये है कि,
पर पानी का वक्त के साथ असर ये है कि,
ठोँकरे देने वाला पत्थर एक दिन पानी से धुल जाता है |
Keyword Tag : Inspirational Poems, Life Quotes, Satire, True words, Innocent Love
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